भारत सरकार द्वारा टिकटोक समेत 59 चाइनीज ऐप को बैन करने के बाद आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि भारत में टिक टॉक को बैन क्यों किया गया है? टिक टॉक बैन करने के क्या कारण है? Why TikTok is Banned in India in Hindi?
टिकटोक एक चाइनीज कंपनी का ऐप है जो आज भारत समेत पूरी दुनिया में बहुत ज्यादा पॉपुलर हो चुका है। सबसे ताजा आंकड़े के अनुसार TikTok के दुनिया भर में लगभग 500 मिलियन से ज्यादा यूजर्स है जो इस एप्लीकेशन की लोकप्रियता को दर्शाते हैं।
भारत समेत दुनिया भर में टिक टॉक को बैन करने को लेकर समय-समय पर इंटरनेट users अपील करते आ रहे हैं और यह बताते हैं कि टिकटोक का इस्तेमाल करना क्यों सही नहीं है!
टिक टॉक का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए एक बड़ी निराशा है कि भारत सरकार द्वारा आखिरकार टिक टॉक एप को बैन कर दिया गया है। इस पोस्ट में हमने आपको पता है कि टिक टॉक एप्लीकेशन को बैन करने के पीछे क्या वजह है?
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भारत में टिक टॉक को बैन क्यों किया गया है? TikTok Ban in Hindi
इंडिया में आने के बाद से ही टिक टॉक काफी विवादों से भरा हुआ app रहा है। जहां कई लोग इस ऐप को अपने रोजगार और क्रिएटिविटी का सहायक बताते हैं तो बहुत सारे लोग इसे नुकसानदायक बताते हैं।
हम आपको यहां पर उन सभी उचित कारणों को बता रहे हैं जिनकी वजह से भारत सरकार ने tiktok app ban 2020 किया है।
1. डाटा सुरक्षा और प्राइवेसी
सरकार ने 59 चाइनीज ऐप को ब्लॉक करने के अपने फैसले का मुख्य कारण यूजर्स डेटा सुरक्षा और प्राइवेसी को बताया है।
सरकार ने tiktok को बैन करने को लेकर जारी अपने ऑफिशल स्टेटमेंट में कहा है कि “हमारे पास उपलब्ध जानकारी के मुताबिक ये 59 एप (टिक टॉक समेत) ऐसी गतिविधियों में संलिप्त है जो भारत की रक्षा, सुरक्षा, संप्रभुता और अखंडता के लिए हानिकारक है।”
वैसे तो भारत में इंटरनेट यूजर्स अपने ऑनलाइन प्राइवेसी को लेकर ज्यादा फिक्र नहीं दिखाते हैं लेकिन यह आज के दौर के सबसे बड़े हथियारों में से एक है तो इसको लेकर लोगों में सजगता होने जरूरी है और सरकार द्वारा यूजर प्राइवेसी को लेकर इन यह एक उचित कदम लिया गया है।
2. हिंसक कटेंट का होना
बहुत सारे ऐसे मामले आ चुके हैं जिसमें टिक टॉक के कंटेंट को गुणवत्तापूर्ण नहीं पाया गया है। लोग सस्ती लोकप्रियता पाने के चक्कर में ऐसा कंटेंट बनाते हैं जो दूसरे लोगों के लिए हानिकारक हो।
साथ ही tiktok पर कई सारे ऐसे वीडियोज मौजूद है जो जानवरों तथा अन्य प्राणियों पर निदर्यी स्टंट्स और गतिविधियों को फिल्माते दिखाया गया है। ऐसे में इन चीजों को रोकने के लिए टिकटोक बैन एक उचित विकल्प है।
3. असंवेदनशील सामग्री का होना
अधिकतर लोगों की नजर में टिक टॉक के कंटेंट का एक हिस्सा बहुत ज्यादा अश्लील और असंवेदनशील सामग्री से भरा हुआ है जो बच्चों के दिमाग पर नकारात्मक असर डालता है।
टिकटोक का इस्तेमाल बहुत सारे बच्चे करते हैं। ऐसे में कम उम्र के बच्चों के नकारात्मक कंटेंट के संपर्क में आने से उनकी मानसिकता में बहुत बड़ा बदलाव आता है जो कतई सही नहीं है। यह tiktok के ban होने के पीछे सबसे बड़े कारणों में से यह एक है।
इसके अलावा टिक टॉक पर ऐसा कोई फीचर नहीं दिया गया है जो बच्चों या ऐसे लोग जो इस प्रकार के असंवेदनशील कंटेंट को देखना पसंद नहीं करते हैं, उसे filter कर सकें।
4. YouTube vs Tik Tok Hashtag
आप लोगों ने इंटरनेट पर कुछ दिन पहले इस हैशटैग को बहुत ज्यादा सुना होगा और इससे रिलेटेड कुछ वीडियो और न्यूज़ को जरूर देखा होगा।
इसके अंदर लोग केंद्र सरकार से यह अपील करते हैं कि भारत में टिक टॉक ऐप को बैन किया जाए। साथ ही सभी इंटरनेट यूजर्स को भी टिक टॉक ऐप का इस्तेमाल न करने की सलाह दी गई थी क्योंकि इस पर बहुत ज्यादा मात्रा में cringe content मौजूद है।
यह # डायरेक्टली सरकार के फैसले को नहीं दर्शाता है लेकिन इनडायरेक्टली tiktok ban कराने के पीछे एक कारण जरूर है।
5. Boycott Made in China Products
यह एक बहुत बड़ा रीजन है। पिछले काफी समय से भारत में चाइना में बने सामान को बायकाट करने को लेकर काफी ज्यादा मात्रा में सक्रियता दिखाई जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी जी ने भी Vocal for Local जैसे initiatives शुरू किए हैं जो देश में बने सामान को अधिक से अधिक मात्रा में खरीदने को प्रेरित करते हैं।
टिक टॉक तथा इसके साथ बैन किए हुए अन्य 58 मोबाइल applications चाइना में बने हैं। अत: टिक टॉक को बैन करने के पीछे प्रमुख कारणों में इस एप्लीकेशन का मेड इन चाइना का होना भी है।
हम भारत सरकार के टिक टॉक एप्लीकेशन को बैन करने के फैसले का स्वागत करते हैं और सभी इंटरनेट यूजर्स से हमारी यह अपील है कि वो इस एप्लीकेशन का इस्तेमाल ना करें।
हमारी आप सभी से यह गुजारिश है कि आप इस पोस्ट को अधिक से अधिक मात्रा में सोशल मीडिया पर शेयर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस बारे में यह जानकारी मिले कि भारत में टिकटॉक को बैन क्यों किया गया है।