Best Places to Celebrate / Watch Dussehra in Hindi

दशहरे का त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह त्यौहार पूरे भारत वर्ष में जोश उल्लास से मनाया जाता है। इस लेख में हमने उन स्थानों के बारे में बताया है जहाँ का दशहरा विश्व प्रसिद्ध है। Best Places to Celebrate Dussehra In Hindi

दशहरे को दशरा, दशरावा या Dassara के नाम से भी जाना जाता है। दशहरे के दिन रावण दहन और मेले का आयोजन किया जाता है।

आइये जानते है देश की ऐसी पांच जगह जहां के दशहरे की रौनक दुनियाभर में प्रसिद्ध है और इन दशहरों को देखने के अनेकों दर्शक आते है।

दशहरा देखने के लिए प्रसिद्ध जगह / स्थान

1. मैसूर का दशहरा

masoor dussehra photo

मैसूर का दशहरा विश्वभर में प्रसिद्ध है। यहां पर दशहरा देखने के लिए कई देशों से लोग आते हैं। दशहरे के दिन मैसूर में भव्य मेला लगता है जिसकी शुरुआत 1610 के आसपास हुई थी यानि यहाँ 400 सालों से दशहरे का मेला लग रहा है।

इस दिन मैसूर के राजघराने से हाथियों का जुलूस निकलता है जो शहर घूमते हुए दशहरा मैदान तक जाता है और वहां रावण दहन किया जाता है।

मैसूर के बारे में रोचक तथ्य है कि इसका नाम महिषासुर के नाम से लिया गया है।

2. वाराणसी दशहरा

वाराणसी शहर का आध्यात्मिक जुड़ाव होने के कारण आपको यहाँ दशहरे का सबसे अच्छा अनुभव हो सकता है। यहाँ इस फेस्टिवल की शुरुआत ‘रामलीला’ और ‘रामचरित’ जैसे आयोजनों से होती है और दस दिनों तक महोत्सव किया जाता है।

3. कुल्लु का दशहरा

kullu dussehra

कुल्लू दशहरा, कुल्लू घाटी के ढालपुर मैदान में मनाया जाने वाला सबसे प्रसिद्ध दशहरा उत्सव में से एक है।

हिमाचल प्रदेश ने कुल्लू दशहरा उत्सव को अंतर्राष्ट्रीय त्योहार का दर्जा दिया है जो पर्यटकों को बड़ी संख्या में आकर्षित करता है।

यह भी पढ़ें: दशहरे 2022 के लिए जोरदार शायरियां

4. कोटा दशहरा

राजस्थान के कोटा शहर का यह दशहरा न सिर्फ राजस्थान बल्कि भारत के साथ साथ दुनिया में प्रसिद्ध है।

कोटा शहर में दशहरे के मेले का आयोजन 25 दिन तक चलता है जो इसकी भव्यता को दर्शाता है। इस मेले की शुरुआत लगभग 125 वर्ष पूर्व महाराव भीमसिंह द्वितीय ने की थी।

इस दिन यहां रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों के दहन के साथ विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती है।

5. मदिकेरी का दशहरा पर्व

यह कर्नाटक का एक शहर है जहाँ दशहरा का पर्व दस दिनों तक आयोजित होता है।

6. बस्तर

यहाँ रावण के पुतलों का दहन नहीं किया जाता है। बस्तर के दण्डकरण्य में भगवान राम अपने 14 वर्षों के वनवास के दौरान रहे थे।

बस्तर के दशहरे में देवी दंतेश्वरी की पूजा होती है और आदिवासियों का योगदान इस पर्व को विशेष बनाता है।

पुराने समय में आदिवासियों ने बस्तर के राजाओं की हर संभव मदद की थी जिसके फलस्वरूप बस्तर दशहरे की शुरूआत हुई।

7. मंगलोर दशहरा

मंगलोर के दशहरे के प्रसिद्धि की वजह यहाँ का टाइगर डांस है जो देशभर से लोगों को आकर्ष‍ित करता है।

अगर आप दशहरे मनाये जाने वाले इन शहरों में रहते है तो comment box में दशहरे की भव्यता के बारे में जरूर बताएं।